कौन बन पायेगा
कौंन बन पायेगा
तलाश करूँगी तो कोई न कोई तो बेहतर मिल ही जायेगा,,,
पर तेरी तरह कौन मुझे बेपनाह मोहब्बत करेगा,,,
सपनें सजा लूँगी में पलकों पर हजार,,,,
लेकिन कौन मुझे सपनों तुम्हारी तरह सताया करेगा,,,
लबों पर अपने मधुर गीतों को गुनगुना लुंगी,,,,
लेक़िन कौन तेरे जैसा मेरे दिल का अजीज बन पाएगा,,,
सफर में मैं संग किसी ओर के चल जाऊ,,,
लेकिन कौन मेरी मंजिल तक साथ दे पायेगा तेरे जैसा,,,,।।
मिल जायेंगे हौसला अफ़जाई वाले दुनिया मे मुझे बहुत,,,,
लेक़िन तेरी हौसला अफ़जाई का सलीका कौन कहां से लायेगा।।
गायत्री सोनू जैन मन्दसौर