Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2023 · 2 min read

कौन कहता ये यहां नहीं है ?🙏

कौन कहता ये यहां नहीं है ?
🌵🌷🦶🌿🛤️
कौन कहता ये नहीं यहां
स्वार्थ ईर्ष्या अभाव भूख

क्या से क्या करता है जन
नहीं हो ना वो जल्दी होता

होने वाला कभी ना होता
मजबूर भूखा प्यासा निर्वस्त्र

तन कुछ करने तैयार खड़़ा
दावानल नग का नाशक

जठरानल भूखों का दाता
अभाव ईच्छा इनके प्रनेता

कौन कहता ये यहां नहीं
पग विपद पातक यहां

घातक घात लगाये डटे यहां
पातक पापी को डर नहीं

सत्य रोज कूचला जाता जहां
शासन कानून न्याय भय नही

चोरी ठगी नुक्से विचित्र यहाँ
साईबरक्राइम हाईजैक फ्राउंड

टेक्नोलॉजी ठग काली झोली
लिए बैठा फिर भीकौन कहता

यहां नहीं वहां नहीं कहां नही
चाटुकार हिंसकों का बोलवाला

सत्य अहिंसा का मूल्य नहीं
बेवफाई श्रमहीन स्वेद रक्त

रंजित मृदुल वचन धर्मांतरण
बहरुपिया जाल बिछाये बैठा

गांव नगर झोपड़ी आशियाने
नव कोमल पल्लव सी मानुष

नवयुवक नवयुवतियों के दिक्
भ्रमिता का नूतन टूलबार छिपा

फोन मोबाइल कम्प्यूटर सहस्त्र
हाथों से हाथ मिलाने खड़ा यहाँ

प्रशासन हत्थे चढ़ रहे प्रतिदिन
टूलधारी बेफ्रिक भयहीन काहिल

कपटी जाली उग्रवादी हड़ताली
भ्रष्टाचारी जमाखोरी गद्दारी का

किस्मत सड़ते तहखाने कैदरवाने
फिर भी तनिक लाज शर्म नहीं

सबल हो न्याय धर्म को पछाड
केसरी का शीश झुकाने छोड़ते

मिशाइल अंगार प्रलय का वाण
जान माल क्षति का गम नहीं

स्वदेश विनाशक संहारक रिपु
लोभ पालक दायित्वहीन एक

नर पिचाश स्वदेशी हैं ये गद्दार
माता पिता बहन भाई नारी

गरिमा सम्मान माँग क्षण छीन
आंसू के बदले नयनों के खून

देश मान को शर्मसार कर देते
कहता कौन यहाँ ये नहीं वो नहीं

जो सोचो वो जड़़ जमा बैठे जहाँ
तब नहीं जब मानस मस्तिष्क से

अहंकार क्रोध ईर्ष्या प्रपंच द्वेष
का विनाश हो यह भी तभी संभव

जब दिल में सद्भावना दया करूणा
धर्म परहित देश प्रेम का इक भाव हो

फिर तब ये मत कहना कि यहाँ
ये नहीं वें नहीं सब है पर परख

पहचान ही की भले ही कमी यहां
फिर कौन कहता कि ये यहाँ नहीं

🙏🌿🙏🌿🙏

तारकेश्‍वर प्रसाद तरूण

Language: Hindi
2 Likes · 345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all
You may also like:
“ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग )
“ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग )
DrLakshman Jha Parimal
लड़के हमेशा खड़े रहे
लड़के हमेशा खड़े रहे
पूर्वार्थ
कुछ ना लाया
कुछ ना लाया
भरत कुमार सोलंकी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rashmi Sanjay
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
sushil sarna
*आजादी तो मिली मगर यह, लगती अभी अधूरी है (हिंदी गजल)*
*आजादी तो मिली मगर यह, लगती अभी अधूरी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
पिता आख़िर पिता है
पिता आख़िर पिता है
Dr. Rajeev Jain
अवसर तलाश करते हैं
अवसर तलाश करते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
रमेशराज की चिड़िया विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की चिड़िया विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
थ्हारै सिवा कुण हैं मां म्हारौ
थ्हारै सिवा कुण हैं मां म्हारौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है
एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है
शेखर सिंह
मम्मी का ग़ुस्सा.
मम्मी का ग़ुस्सा.
Piyush Goel
जीवन की वास्तविकता
जीवन की वास्तविकता
Otteri Selvakumar
3294.*पूर्णिका*
3294.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
Dr. Vaishali Verma
कभी-कभी अकेला होना
कभी-कभी अकेला होना
Chitra Bisht
कितने शब्द हैं
कितने शब्द हैं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
बैठ सम्मुख शीशे के, सखी आज ऐसा श्रृंगार करो...
बैठ सम्मुख शीशे के, सखी आज ऐसा श्रृंगार करो...
Niharika Verma
शीर्षक - सोच आपकी हमारी
शीर्षक - सोच आपकी हमारी
Neeraj Agarwal
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल _ सरहदों पर कहां भला जाए । श्रृद्धांजलि 😢
ग़ज़ल _ सरहदों पर कहां भला जाए । श्रृद्धांजलि 😢
Neelofar Khan
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
Sarfaraz Ahmed Aasee
"वो लालबाग मैदान"
Dr. Kishan tandon kranti
आशार
आशार
Bodhisatva kastooriya
बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे
बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...