कौनसा मजहब कहता है
इंसानियत का खून बहाओ
कौनसा मजहब कहता है
मजलूमों को खूब सताओ
कौनसा मजहब कहता है
अहंकार में ज़िद पे अड जाओ
मंदिर मस्जिद पे लड़ जाओ
एक को तोड़ो दूसरा बनाओ
कौनसा मजहब कहता है
इंसानियत का खून बहाओ
कौनसा मजहब कहता है
मजलूमों को खूब सताओ
कौनसा मजहब कहता है
अहंकार में ज़िद पे अड जाओ
मंदिर मस्जिद पे लड़ जाओ
एक को तोड़ो दूसरा बनाओ
कौनसा मजहब कहता है