कोशिश से फर्श को अर्श करें।
गज़ल
2222………1121……12
कोशिश से फर्श को अर्श करें।
आओ हम सब संघर्ष करें।
कुछ बातें सोच विचार के हम,
जन गण के हित में विमर्श करें।
मिलकर सब देश विकास करो,
करना ही है तो सहर्ष करें।
जीने को शुद्ध हवा भी मिले,
वृक्षा रोपण हर वर्ष करें।
जीवन में प्यार ही प्यार मिले,
‘प्रेमी’ सबके दिल स्पर्श करें।
…….✍️प्रेमी