कोशिश करते ही जाना तुम
है कठिन डगर, बाधाएँ बहुत
पर राही ना घबराना तुम
सीने में लक्ष्य सदा रखना
मंजिल का पता लगाना तुम
ये वक़्त सताए कितना भी
इसके संग ना थम जाना तुम
हालात भी चाहे जैसे हों
विजयी होकर दिखलाना तुम
जो यादें दिल को दुखाती हों
उनको ना फिर दोहराना तुम
असफलताएँ मिलें चाहे जितनी
कोशिश करते ही जाना तुम
दुनिया की सब फिक्र छोड़
खुद को पहले समझाना तुम
सारे सपनों को सच करके
जग में परचम लहराना तुम।
– मानसी पाल ‘ मन्सू’