कोरोना
कोरोना ने खोली आँखें,
जगा दी प्रेम की आशा,
सलामी देते है उनको,
जिन्होंने की बड़ी सेवा,
डॉक्टर हो या नर्से हो,
करू शत शत नमन उनको,
बचा की रूह हम सबकी,
जगा दी जीने की आशा,
कोरोना ने खोली आँखें ……
अहम् की भावना ही तो
बढ़ाती है बड़ा अंतर,
हम सब एक है यह बात
आती ही नहीं नज़र,
हो मिल जाए ये सृष्टी तो,
न होगा फिर कभी तांडव,
हाँ होगी राम राज्य की
भावना भी यहाँ प्रखर ।।