कोरोना – 2
कोरोना
कोरोना ने बाँध दी है मेरे पैरों में ज़ंजीर
ऐ खुदा तेरे दीदार की आरज़ू , करें भी तो करें कैसे
कोरोना ने कुतर दिए हैं पर सबके
क्यूं कर एक दूसरे की मौत का सामान हो जाएं
कोरोना के रिश्तों को निभाने का क्या अजब समां बांधा है
साथ ही नसीहत दी है रिश्तों को बचाए रखने की
कोरोना की जंग में रखें ख्याल एक दूसरे का सब
दुनिया को बचाए रखने का यह वाजिब ख्याल हो सबका
कोरोना ने जो चोट दी है सदियों याद रहेगी सबको
खुदा की इस खूबसूरत कायनात से खेलने का सिला मिला है सबको
कोरोना से जो लड़ रहे हैं जंग, सलाम है उनको
उनकी हर एक कोशिश पर हो खुदा का करम ये आरज़ू है मेरी
कोरोना ने जो नश्तर चुभोये हैं पाक दिलों में
इस वायरस को जहन्नुम नसीब हो ये दुआ है मेरी
कोरोना ने इंसान को दिया है कुछ सबक इस त्रासदी से
कुछ वक़्त खुद के लिए और कुछ वक़्त उस खुदा की इबादत के लिए निकाल