Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2021 · 1 min read

कोरोना – 1

कोरोना

किसी गरीब से पूछो कोरोना का असर
दाने – दाने को मोहताज़ , जिन्दगी का सफ़र

अपनों से दूर कर रहा , जिन्दगी की तलाश
एक वायरस से बिछा दी हज़ारों – हज़ारो लाश

अन्न की कीमत समझने का ये अजब मंज़र
खूब याद आते हैं वो मंदिर, गुरद्वारों के लंगर

आज हर एक पात में ईश्वर के नाम की झंकार है
हर एक शख्स कर रहा दुआ , दुआओं का अंबार है

टूटती साँसों के बीच , अपनों से बिछुड़ने का गम
बिखरती लाशों के बीच , अजीब उदासी का ये मंजर

आदमी की तरक्की का , आदमी को मिला ये सिला
जिन दगी की भाग दौड़ में , आदमी आदमी न रहा

भौतिक जगत के विकास में , ईश्वर की तलाश कहाँ
टुकड़े – टुकड़े बिखर रहा मानव, विकास की बयार कहाँ

अपने ही अस्तित्व पर , मानव का ये कैसा प्रहार
खुद पर किया विश्वास , खुदा पर न किया एतबार

Language: Hindi
3 Likes · 253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मीठे बोल
मीठे बोल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
Shweta Soni
ग़ज़ल _ शरारत जोश में पुरज़ोर।
ग़ज़ल _ शरारत जोश में पुरज़ोर।
Neelofar Khan
सावन
सावन
Rambali Mishra
रुख़्सत
रुख़्सत
Shyam Sundar Subramanian
खोते जा रहे हैं ।
खोते जा रहे हैं ।
Dr.sima
विचारों का शून्य होना ही शांत होने का आसान तरीका है
विचारों का शून्य होना ही शांत होने का आसान तरीका है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
शेखर सिंह
तारों जैसी आँखें ,
तारों जैसी आँखें ,
SURYA PRAKASH SHARMA
करपात्री जी का श्राप...
करपात्री जी का श्राप...
मनोज कर्ण
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
VINOD CHAUHAN
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
छोटे दिल वाली दुनिया
छोटे दिल वाली दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
"ख्वाबों का सफर" (Journey of Dreams):
Dhananjay Kumar
बापूजी
बापूजी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
जिंदगी की खोज
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
*नववर्ष*
*नववर्ष*
Dr. Priya Gupta
कोहरा
कोहरा
Suneel Pushkarna
"मेरी आज की परिकल्पना "
DrLakshman Jha Parimal
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
Sanjay ' शून्य'
#मीडियाई_मखौल
#मीडियाई_मखौल
*प्रणय*
2505.पूर्णिका
2505.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
सत्य कुमार प्रेमी
रण गमन
रण गमन
Deepesh Dwivedi
श्याम लिख दूं
श्याम लिख दूं
Mamta Rani
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
विचार
विचार
Godambari Negi
रंग   तिरंगे  के  सभी , देते हैं   आवाज ।
रंग तिरंगे के सभी , देते हैं आवाज ।
sushil sarna
Loading...