Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2020 · 1 min read

कोरोना

सर पर चढ़ कर नाच रहा है, चीन का जादू-टोना।
पूरे जग में फैल रहा है,शुरू है रोना ढोना।
कुछ सावधानियां अपनाना, धैर्य से नाता रखना-
बनो सनातन शाकाहारी, होगा नहीं कोरोना।

लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
तू इश्क, तू खूदा
तू इश्क, तू खूदा
लक्ष्मी सिंह
मुक्तक
मुक्तक
Rajesh Tiwari
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Jese Doosro ko khushi dene se khushiya milti hai
Jese Doosro ko khushi dene se khushiya milti hai
shabina. Naaz
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
"वक्त वक्त की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
निर्मम क्यों ऐसे ठुकराया....
निर्मम क्यों ऐसे ठुकराया....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुकद्दर तेरा मेरा
मुकद्दर तेरा मेरा
VINOD CHAUHAN
अपने ही हाथों
अपने ही हाथों
Dr fauzia Naseem shad
न मुमकिन है ख़ुद का घरौंदा मिटाना
न मुमकिन है ख़ुद का घरौंदा मिटाना
शिल्पी सिंह बघेल
काला न्याय
काला न्याय
Anil chobisa
खैरात में मिली
खैरात में मिली
हिमांशु Kulshrestha
मातु काल रात्रि
मातु काल रात्रि
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
रामपुर का इतिहास (पुस्तक समीक्षा)
रामपुर का इतिहास (पुस्तक समीक्षा)
Ravi Prakash
तुम न समझ पाओगे .....
तुम न समझ पाओगे .....
sushil sarna
जिंदगी में.....
जिंदगी में.....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
बस एक कदम दूर थे
बस एक कदम दूर थे
'अशांत' शेखर
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
Anand Kumar
प्रदूषण-जमघट।
प्रदूषण-जमघट।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
" रहना तुम्हारे सँग "
DrLakshman Jha Parimal
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
पूर्वार्थ
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
Raazzz Kumar (Reyansh)
अगले बरस जल्दी आना
अगले बरस जल्दी आना
Kavita Chouhan
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
प्रेमदास वसु सुरेखा
■  आज का लॉजिक
■ आज का लॉजिक
*Author प्रणय प्रभात*
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
Umender kumar
शोहरत
शोहरत
Neeraj Agarwal
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कुछ बात थी
कुछ बात थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...