कोरोना
कोरोना इक वायरस, परेशान संसार ।
सुनने में आया मुझे, नहि कोई उपचार।
नहि कोई उपचार, बढ़ी देखो लाचारी।
सावधानियां आप, रखे भागे बीमारी।
हाथ मिलाना छोड़िए, करिए आप प्रणाम।
मास्क लगाओ आप सब, हम देते पैगाम।
हम देते पैगाम, हाथ अच्छे से धोना।
लेना काढ़ा रोज, नहीं होगा कोरोना।
अपने आयुर्वेद में, है इसका उपचार।
कोरोना की कीजिये, आप दवा तैयार।
आप दवा तैयार, करो भागे कोरोना।
जनता हो खुशहाल, बन्द हो रोना धोना।
अभिनव मिश्र”अदम्य”
शाहजहांपुर, उत्तरप्रदेश