कोरोना
सिंधु घाटी सभ्यता जैसे, पतन कहीं फिर हो ना
मानव का संहार कर रहा, चैनिज रोग कोरोना
वर्षों से मैं कहती आयी , मेरी बात सुनो ना
चैनिज वस्तु लो मत भैया , मेड इन इंडिया लो ना
सबसे अच्छा देश हमारा , सब मिल फिर से कहो ना
क्यों जाते परदेश में भैया , अपने देश रहो ना
मानवबम निर्माण किया अब ,फल इसका भुगतो ना
रोगी व परिजन के मन से , डॉक्टर डर हर लो ना
उचित इलाज दौरान संवेदना , रोगी में भर दो ना
मानवता दिखलाओगे तो , क्यों ढ़ूँढ़ेगा वो कोना
आश्वासन दो घरवालों को , कह दो कोई डरो ना
डरके मारे छुपकर बैठा , रोगी कई कोरोना
छुआछूत से फैल रहा है , घर का कोना – कोना
सुनो मित्रों घर से जब निकलो,आकर सबकुछ धोना
समाधान जल्दी मिल जाए , ईश्वर से दुआ करो ना ।
प्रतिभा स्मृति
दरभंगा (बिहार )