“कोरोना हाहाकार: लॉकडाउन एकमात्र उपचार”
विकट परिस्थितियों में अनुशासन को हथियार बनाना है,
कोरोना हाहाकार से खुद को सुरक्षित बचाना है।
लॉकडाउन में रचनात्मक दिशा में कदम बढ़ाना है,
इस नकारात्मक समय को सकारात्मक ऊर्जा से हराना है।
लॉकडाउन पर विश्वास करके देश के प्रति कर्तव्य निभाना है,
कोरोना रोकथाम की दिशा में सक्रिय कदम उठाना है।
लॉकडाउन के समय आशा का शंखनाद बजाना है,
कोरोना के कहर की जड़मूल मिटाना है।
सरकार द्वारा प्रसारित उपाय भी अमल में लाना है,
शत्रु को समूल से नष्ट करके विजयपताका लहराना है।
लॉकडाउन के संकल्प से देश को विजय बनाना है,
कोरोना हाहाकार से हमको नहीं घबराना है।
लॉकडाउन के उपचार से कोरोना विषाणु का अभिमान घटाना है,
कोरोना हाहाकार से बचकर विश्व के सामने एक उदाहरण बनकर आना है।
लॉकडाउन को पूर्ण निष्ठा से अपनाना है,
कोरोना हाहाकार से मानव जाति को बचाना है।