कोरोना हार मानेगा
मंत्री हूँ मैं संतरी हूँ
सांसद हूँ विधायक हूँ
बाहुबली हूँ, महाबली हूँ
अधिकारी हूँ, आतंकी हूँ
अरबपति हूँ मैं करोड़पति हूँ
मैं नेता हूँ, अभिनेता हूँ
फेमस हूँ, पॉपुलर हूँ
तुम्हारी इन तमाम दलीलों को
कोरोना नहीं सुनेगा।
न्यूक्लियर पावर है मेरे पास
आधुनिक हथियारों का अंबार है
शक्तिशाली सेनाओं की
लंबी कतार है
बारूदों का ढ़ेर है
पल में कर दे ख़ाक दुनिया को
ऐसे मिसाइल्स भी हैं
मेरे शक्ति और ताक़त की
दसों दिशाएं बजती डंका है
पर क्या इन सबसे
कोरोना पर जीत
हासिल कर लोगे ?
नहीं
कदापि नहीं
इन तमाम ताकतों को
झोंक कर भी नहीं।
गरीब हूँ मैं, बेबस, लाचार हूँ
भूखा हूँ, नंगा हूँ, बेगार हूँ
दरिद्र हूँ, भिखारी हूँ
लंगड़ा हूँ, गूंगा हूँ
अंधा हूँ, अपाहिज हूँ
तुम्हारे इन करुण पुकार
इन मिन्नतों का
कोरोना पर
कोई असर नहीं पड़ेगा।
स्त्री हूँ मैं पुरुष हूँ
ऊंची जाति का हूँ
नीच जाति का हूँ
उच्च वर्ग से आता हूँ
निम्न वर्ग से आता हूँ
हिन्दू हूँ, मुस्लिम हूँ
क्रिश्चियन हूँ, ईसाई हूँ
किसे बता रहे हो ये सब ?
कोरोना कोई भेदभाव नहीं करेगा।
अरे ओ! मानवजाति
उतार फेंको जाति-धर्म
छोटे-बड़े, अमीर-गरीब
ऊंच-नीच के मुखौटे को
बंद करो दिखावा
अपने वास्तविक
स्वरूप को पहचानो
झाँको अपने अंतर्मन में
बैठ किसी एकान्त कोने में
दूर हो जाओ कुछ दिन
भीड़-भाड़ से और
भाग-दौड़ भरी जिंदगी से
लम्बी सांसें लो चैन की
शुद्ध करो अपने तन-मन को
परिष्कृत करो जीवन को
आत्ममंथन करो, आत्मचिंतन करो
अपने कर्मों का
समाज हित, देशहित, विश्वहित के लिए
भयमुक्त होकर दृढ़ संकल्पित
और वैचारिक रूप से
संगठित हो जाओ तो
अवश्य ही
कोरोना हार मानेगा।
©️ रानी सिंह, पूर्णियाँ, बिहार।