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3 Jan 2021 · 1 min read

कोरोना वैक्सीन

मीठी सी चुभन सीने में ठण्डक
बाहों में समेटने की चाहत है !
तरसती आँखो का करार
रुकी रुकी सासों की राहत है !!

ख्वाब सी तुम हकीकत हो गयी
जीने की हसीन जरूरत हो गयी !
मर मर कर जीते रहे यूँ तेरे बिन
यूँ तेरे रस की प्यास बढ़ती गयी !!

फ़ूलों सा बदन नाजुक कदमों
से हौले हौले ठुमकते आ गयी!
शीशे सी चमकती व मचलती
जीने की उमंग तरंग आ गयी !!

अब ना देगें जाने तुझे कही
अपनी नस नस में बसा लेगे!
लहू की हर एक बून्द में
तेरी खुशबू को यूँ समा लेगें!!
✍ सलिल

??कोरोना वैक्सीन को सप्रेम समर्पित ??

40 Likes · 39 Comments · 1803 Views
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