Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2020 · 2 min read

कोरोना वीरो को प्रणाम

कोरोना वीरो को प्रणाम

***

कोरोना वीरो का अमिट बलिदान,
याद रखेगा बच्चा बच्चा हिंदुस्तान,
इनकी मेहनत औ दरियादिली का,
गुणगान युगों युगों करेगा ये जहान !!

डर अब अंतस में रम सा गया है,
समय भी लगता थम सा गया है,
अन्तिम क्षणों में भी मिल न सके,
अंतिम क्रिया भी तो कर ना सके,
सर्व सम्पन्न का भी है ये अंजाम,
मिटा दिया सभी का अभिमान ।।

मरने को सब अब कतार लगे है,
मृत शरीरों के यों अंबार लगे है,
अपने अपनों से ही रखनी दूरी,
भूख प्यास सहना हुई मज़बूरी,
विपदा की घड़ी में लिया संज्ञान,
कोरोना वीरों का बढ़ाओ मान।।

कोरोना ने जब दुनिया को घेरा,
मानवता पर डाला अपना डेरा,
जग में मची हर दिशा हाहाकार,
जूझ रही है जनता औ सरकार,
कोरोना वीरो ने लिया संज्ञान
जिनका गुणगान करे सारा जहान।।

अस्त्र शस्त्र कोई काम न आया,
धन बल भी जब काम न आया,
बनकर आया वो ऐसा महाकाल,
घरों से निकला भी हुआ मुहाल,
तब कोरोना वीर बन गए भगवान,
नतमस्तक उन्हें करता हर इंसान।।

बनते थे जो दुनियां के आका,
मिटने लगा उनका भी खाका,
हर कोई निर्बल नज़र आता है,
टूट रहा घर का घर से नाता है,
जिन्होने बचाई अनगिनत जान,
नमन करे उनको समस्त जहान।।

डाक्टर, नर्स, व अन्य सहकर्मी
पुलिस सहित सभी सुरक्षाकर्मी,
संघर्षरत है समस्त सफाईकर्मी,
युद्ध करने आया वायरस अधर्मी
हराकर रहेंगे हमारे शूरमा महान,
संघर्ष इनका देखेगा आसमान।।

जन मानष का हो यही अभियान
कर्म वीरो का दिल से हो सम्मान
छोड़ो अंतर्मन का झूठा अभिमान
मानवता की यही सच्ची पहचान
कोरोना वीरों को करूँ चरण वंदन
शत शत नमन, कोटिश प्रणाम।।
!

स्वरचित: डी० के० निवातिया

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 430 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all
You may also like:
मात पिता गुरु बंधुप्रिय, भाखहि झूठ पे झूठ।
मात पिता गुरु बंधुप्रिय, भाखहि झूठ पे झूठ।
Sanjay ' शून्य'
श्री रामप्रकाश सर्राफ
श्री रामप्रकाश सर्राफ
Ravi Prakash
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
कवि रमेशराज
Dear Moon.......
Dear Moon.......
R. H. SRIDEVI
दिखने वाली चीजें
दिखने वाली चीजें
Ragini Kumari
कौन कहता है कि
कौन कहता है कि "घुटनों में अक़्ल नहीं होती।"
*प्रणय*
कोशिश करना छोरो मत,
कोशिश करना छोरो मत,
Ranjeet kumar patre
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
gurudeenverma198
समय
समय
Dr.Priya Soni Khare
कलम की दुनिया
कलम की दुनिया
Dr. Vaishali Verma
इजहार ए इश्क
इजहार ए इश्क
साहित्य गौरव
4151.💐 *पूर्णिका* 💐
4151.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र
आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र
इशरत हिदायत ख़ान
आप अपनी नज़र से
आप अपनी नज़र से
Dr fauzia Naseem shad
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
*संवेदनाओं का अन्तर्घट*
*संवेदनाओं का अन्तर्घट*
Manishi Sinha
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
Sonam Puneet Dubey
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
आश्रम
आश्रम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
आकाश महेशपुरी
सपने
सपने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" वजन "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम कविता ||•
प्रेम कविता ||•
पूर्वार्थ
फिर कभी तुमको बुलाऊं
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
मोहब्बत कि बाते
मोहब्बत कि बाते
Rituraj shivem verma
I don't listen the people
I don't listen the people
VINOD CHAUHAN
योग ही स्वस्थ जीवन का योग है
योग ही स्वस्थ जीवन का योग है
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
कविता _ रंग बरसेंगे
कविता _ रंग बरसेंगे
Manu Vashistha
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
अनचाहे फूल
अनचाहे फूल
SATPAL CHAUHAN
Loading...