कोरोना पर कुंडलियाँ –आर के रस्तोगी
कोरोना का दुनिया में,मचा है बड़ा शोर
घर में बैठ कर लोग हो रहे है सभी बोर
हो रहे है सभी बोर,कोई उपाय नही सूझे
इस भयंकर बीमारी से,वे अब कैसे जूझे
कह रस्तोगी कविराय,बस इतना कर लेना
स्वच्छता का ध्यान रखो,भागेगा कोरोना
कोरोना का सारे संसार में मचा है हाहाकार
जो इसकी चपेट में आया,करता चीख पुकार
करता चीख पुकार,इससे कैसे छुटकारा पाये
भाग जाये ये माहमारी, सब आनन्द मनाये
कह रस्तोगी कविराय,इससे कभी डरो ना
डर गये अगर तुम,तब फैलेगा खूब कोरोना
कोरोना के कारण ही,स्कूल कालिज हो गये बंद
सारे छात्र अब घर में,मचा रहे अब काफी द्बंद
मचा रहे काफी द्बंद,पढने का नाम नहीं लेते
टी वी के आगे बैठ जाये,उठने का नाम न लेते
कह रस्तोगी कविराय,कनेक्शन कटवा देना
खूब पढ़ाई करेगे छात्र,फैलेगा नहीं कोरोना
कोरोना से लड़ने के लिये,बने है कुछ हथियार
सबसे हाथ तुम जोडिये,करे दूर से ही प्यार
करे दूर से ही प्यार,भारी भीड़ में न जाये
नमस्ते करे सभी से,किसी से हाथ न मिलाये
कह रस्तोगी कविराय,कभी धीरज न खोना
करो तुम नित योग,भाग जायेगा ये कोरोना
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम