कोरोना- दम तोड़ता माध्यम वर्ग
कोरोना महामारी ने भारत की पोल खोल दी, जंहा अमीर वर्ग बीमारी से बचने के जतन कर रहा है ,गरीब वर्ग सरकारी मदद पर आश्रित हैं।वही माध्यम वर्ग का अपना दुखड़ा है जो किसी को नही दिखता, न मदद मांग सकता है न ही कोई करेगा ,बच्चो की फीस पढ़ाई का खर्चा, फ्रीज,गाड़ी EMI पे ली थी पर अब EMI भरने का इंतजाम भी नही है,रोजगार भी नही है। समाज मे इज्ज़त बनाये रखने के लिए ताने बाने भी बुनना जरूरी है पर अब जेब भी खाली ,बैंक एकाउंट भी खाली।
रो भी नही सकता क्योंकि उसके रोने से परिवार तबाह हो जाएगा , बच्चो को तनाव होगा माँ, और बीवी मानसिक बीमार।
माध्यम वर्ग की कोई सुध नई लेता। कर्ज में डूब माध्यम वर्ग , आंखों में सपने जो ओझिल होते दिखाई दे रहे है। बीवी ने जो बचत झुंपा के रखी थू अब वो भी खत्म होने वालीं है।
हे कोरोना डाइनअब तो चली जा! तेरे जहर से गहरा यंहा भुखमरी भारी है।