कोरोना गीत
हम सब ने अब है ये ठाना ।
कोरोना को है दूर भगाना।।
यहाँ वहाँ के मत नापो रस्ते ।
हाथ जोड़ कर करो नमस्ते ।।
घर में ही रहना है भाई ।
चाहे शादी हो या सगाई ।।
बार बार है हाथ को धोना ।
कोरोना को है दूर भगाना।।
कसरत बर्जिस से बदन बनाओ।
शाकाहार को सब अपनाओ।।
मुँह पर कपड़ा या हो मास्क।
रूमाल रखकर प्यारे खान्स।।
बाहर से आकर है नहाना ।
कोरोना को है दूर भगाना।।
ज्वर से गर तप रहा बदन ।
तुरंत इलाज का करो जतन ।।
तलसी अदरक लौंग गिलोए ।
हल्दी तिर्कटु का काढा पीवे।
कोरोना हो जाएगा पस्त ।
अच्छी सेहत और रहे मस्त ।
कठिन घड़ी है मत घबराना ।।
कोरोना को है दूर भगाना।
उमेश मेहरा शिक्षक
गाडरवारा