कोरोना के विरूद्ध लड़ाई..Fight against Corona
बंदूक,गोली,तोपों का शोर थम गया,
आतंकवादियों का मौसम बदल सा गया।
क्लब,सिनेमा,मल्टीप्लेक्स,होटल की
संस्कृति रुक सी गई।हाथ मिलाना,गले लगाना भूल लोग भी नमस्कार की तरफ लौट पड़े।पावर-सत्ता,अमीरी-गरीबी की दिवारें
ढह गईं।पैसे के रुतबा रखने वाले भी
अब तेरे आगे हारे हैं।
सुरक्षा स्वास्थ्य सेवाओं पर हँसने वाले अब तेरे आगे निरुत्तर हैं,तोड़ सीमाओं को देश सब एक हुए,
आज फिर बसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा सच साबित हुई।एक वाइरस ने हम सबको सतर्क-सजग रहने का संदेश दिया।
-राधा गुप्ता पटवारी
The noise of gun, bullet, cannons has stopped,
The season of terrorists changed.
Club, cinema, multiplex, hotel
Culture stopped. People forgot to shake hands, embrace and return to hello. Power-power, rich-poverty walls
Collapsed. Even the money lords
Now you have lost in front of you. Those laughing at security health services are now speechless in front of you, breaking the borders, all of them united,
Today again the concept of Basudhaiva Kutumbakam proved to be true. A virus gave a message to all of us to be alert and alert.
-Radha Gupta Patwari