Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2020 · 1 min read

*”कोरोना के योद्धा”*

कोरोना के योद्धा
सैन्य चिकित्सक, पुलिस ,सफाई कर्मियों,
जनसेवक के रक्षक वीर योद्धा बनकर,
संकट की घड़ी में अदम्य साहस लिए हुए हैं।
मातृभूमि के सजग प्रहरी देवदूत बनकर,
संपूर्ण विश्व जगत का कल्याण किये हुए हैं।
देश का स्तंभ जीवन आधार बनकर,
चट्टानों की तरह अडिग कर्त्तव्य पथ प्रदर्शक बने हुए हैं।
विपरीत परिस्थितियों में भी अमन शांति संदेश वाहक बनकर,
कोरोना के खिलाफ युद्ध करते अहम भूमिका निभाते हुए हैं।
मानवता की सेवा देश की खातिर हौसलों से,
अपना सर्वस्व न्योछावर कर जीवनदान देते हुए चले हैं।
वीर योद्धाओं की खातिर देश तो क्या, खुदा भी शीश झुकाते खड़े हुए हैं।
ऋणी रहेगा इन महान योद्धाओं का जिन्होंने,
लोगों की जान बचाने के लिए रामबाण औषधि से जीवनदान देने जुटे हुए हैं।

Language: Hindi
6 Likes · 1 Comment · 337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विरहणी के मुख से कुछ मुक्तक
विरहणी के मुख से कुछ मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
सभी लालच लिए हँसते बुराई पर रुलाती है
सभी लालच लिए हँसते बुराई पर रुलाती है
आर.एस. 'प्रीतम'
वाह नेता जी!
वाह नेता जी!
Sanjay ' शून्य'
*नववर्ष*
*नववर्ष*
Dr. Priya Gupta
’बज्जिका’ लोकभाषा पर एक परिचयात्मक आलेख / DR. MUSAFIR BAITHA
’बज्जिका’ लोकभाषा पर एक परिचयात्मक आलेख / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तुझे ढूंढने निकली तो, खाली हाथ लौटी मैं।
तुझे ढूंढने निकली तो, खाली हाथ लौटी मैं।
Manisha Manjari
वक्त नहीं है
वक्त नहीं है
VINOD CHAUHAN
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
एक कहानी सुनाए बड़ी जोर से आई है।सुनोगे ना चलो सुन ही लो
एक कहानी सुनाए बड़ी जोर से आई है।सुनोगे ना चलो सुन ही लो
Rituraj shivem verma
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
किसान
किसान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"ऐ मितवा"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रियवर
प्रियवर
लक्ष्मी सिंह
नाम परिवर्तन
नाम परिवर्तन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हलमुखी छंद
हलमुखी छंद
Neelam Sharma
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
Kya kahun ki kahne ko ab kuchh na raha,
Kya kahun ki kahne ko ab kuchh na raha,
Irfan khan
******* मनसीरत दोहावली-1 *********
******* मनसीरत दोहावली-1 *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
जंग अपनी आंखों से ओझल होते देखा है,
जंग अपनी आंखों से ओझल होते देखा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
Trishika S Dhara
23/88.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/88.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धूम भी मच सकती है
धूम भी मच सकती है
gurudeenverma198
मुस्कानों की बागानों में
मुस्कानों की बागानों में
sushil sarna
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
जिंदगी देने वाली माँ
जिंदगी देने वाली माँ
shabina. Naaz
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं
ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं
Shweta Soni
मेरे हौसलों को देखेंगे तो गैरत ही करेंगे लोग
मेरे हौसलों को देखेंगे तो गैरत ही करेंगे लोग
कवि दीपक बवेजा
Loading...