कोरोना कहर: “मीडिया” समाज के सजग सिपाही
कोरोना कहर में मीडिया तूने,
जनमानस को जागरूक बनाया।
स्थितियों से समय-समय पर अवगत कराया,
सही गलत का मंथन कर सहज बनाया।
सामाजिक संगठनों को जरूरतमंदो तक पहुंचाया,
असत्य होने पर प्रश्नचिन्ह भी लगाया।
रात-दिन को तूने एक बनाया,
अपने सुख-दुःख को स्वतः भुलाया।
कोरोना संक्रमण की जागरूकता को फैलाया,
सावधानी के नियमों को भी सबको समझाया।
मीडिया समाज की सृजनात्मकता को बढ़ाया,
पर खुद के श्रम को निरंतर अविराम बनाया।
कोरोना विषाणु के अभिमान को नष्ट करने का रास्ता सुझाया,
प्रशंसनीय कार्यों में लगे लोगों का हौसला भी बढ़ाया।
मीडिया तूने सोशल डिस्टेन्सिंग के महत्व को समझाया,
अपने अथक प्रयासों से कोरोना विस्तार को सतत घटाया।
सेनीटाइजर, मास्क बनाना भी समय-समय पर सिखाया,
दैनिक खाद्य सामाग्री का टाइम टेबल भी जनमानस को बताया।
कोरोना कहर के दुष्परिणामों को जनमानस को समझाया,
अपनी जान को देशभक्ति के आगे तुच्छ जताया।
मीडिया तूने सरकार और जनमानस के बीच संवाहक का रोल निभाया,
सरकार के सकारात्मक कदमों की गति को बढ़ाया।
कोरोना कहर की एक-एक कड़ी को सुलझाया,
समय-समय पर विशेषज्ञों के विचारो को जनमानस तक पहुंचाया।
देश के सच्चे भक्तों को सम्मान दिलाया,
इंसानियत की राह में समाजसेवकों को आगे बढ़ाया।
तूने सनातन धर्म के महत्व को सर्वत्र फैलाया,
कोरोना कहर की विपत्ति पर प्रबंधन के साथ सहयोग बढ़ाया।
तेरी सक्रिय भागीदारी ने लॉकडाउन को सफल बनाया,
देशभक्ति की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाया।
तूने देश सेवा में अपनी निर्णायक भूमिका को निभाया,
जनमानस को अपनी निरंतर सेवा से कृतज्ञ बनाया।
संकट के क्षणों में निर्भीकता से सत्य से साक्षात्कार कराया,
कोरोना कहर है कितना विकराल तब सबकी समझ में आया।
कोरोना संक्रमण के बावजूद अपनी सेवा को पूरे जज्बे से निभाया,
जनता को घर रहना सिखाकर कोरोना विषाणु के विरुद्ध अभियान चलाया।
घर बैठे रचनात्मक उदाहरण से जनमानस का मनोबल बढ़ाया,
लॉकडाउन के कठिन समय को भी आशावादी ऊर्जा से भरपूर बनाया।
समाचार कवरेज के लिए अपना आराम भुलाया,
कोरोना कहर से बचाव की रणनीति में अपने सुझावों से अहम कदम उठाया।
मीडिया तूने समाज के सजग सिपाही का किरदार निभाया,
कोरोना वाइरस के विरुद्ध लड़ाई को सशक्त बनाया।
मीडिया तूने हमे देश के प्रति कर्तव्य को याद दिलाया,
तेरी कर्तव्यनिष्ठा ने ही तुझे लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ बनाया।