Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2018 · 1 min read

कोई

जहाँ कब्रे होती है वो कब्रिस्तान कहलाता है।
मेरा दिल भी एक कब्रिस्तान है “सरिता”
दफ़न है वहाँ पर कोई।
#सरितासृजना

Language: Hindi
541 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उससे कोई नहीं गिला है मुझे
उससे कोई नहीं गिला है मुझे
Dr Archana Gupta
चाहिए
चाहिए
Punam Pande
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बुरा लगे तो मेरी बहन माफ करना
बुरा लगे तो मेरी बहन माफ करना
Rituraj shivem verma
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
पूर्वार्थ
व्यंग्य कविता-
व्यंग्य कविता- "गणतंत्र समारोह।" आनंद शर्मा
Anand Sharma
मुझको तो घर जाना है
मुझको तो घर जाना है
Karuna Goswami
■ छठ महापर्व...।।
■ छठ महापर्व...।।
*प्रणय प्रभात*
दहेज की जरूरत नहीं
दहेज की जरूरत नहीं
भरत कुमार सोलंकी
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
Atul "Krishn"
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar Dwivedi (1941-81)
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
विकास सैनी The Poet
तू इतनी चुप जो हो गई है,
तू इतनी चुप जो हो गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बीत गया सो बीत गया...
बीत गया सो बीत गया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
gurudeenverma198
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
भाईचारा
भाईचारा
Mukta Rashmi
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
एक किताब खोलो
एक किताब खोलो
Dheerja Sharma
A daughter's reply
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
मज़हब नहीं सिखता बैर
मज़हब नहीं सिखता बैर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुद्रा नियमित शिक्षण
मुद्रा नियमित शिक्षण
AJAY AMITABH SUMAN
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Rj Anand Prajapati
वो मुझसे आज भी नाराज है,
वो मुझसे आज भी नाराज है,
शेखर सिंह
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
" सितारे "
Dr. Kishan tandon kranti
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
4487.*पूर्णिका*
4487.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...