कोई ख़ुशी मेरी देहलीज तक नही आती
अब कोई ख़ुशी मेरी देहलीज तक नही आती
बेमकसद चल रही हैं साँसे,क्यों थम नही जाती
ज़िन्दगी का हस्र तो पता ही नही
मौत माँगें हम तो मौत भी नही आती ।
**##@@कपिल जैन @@##**
अब कोई ख़ुशी मेरी देहलीज तक नही आती
बेमकसद चल रही हैं साँसे,क्यों थम नही जाती
ज़िन्दगी का हस्र तो पता ही नही
मौत माँगें हम तो मौत भी नही आती ।
**##@@कपिल जैन @@##**