Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Oct 2021 · 1 min read

कोई रिश्ता…

ना उसको नींद आती है, ना मुझे नींद आता है,
ना वो सो पाती है, ना में सो पाता हूं,
ऐसा मत सोचो कि कोई रिश्ता है हमारा, दर असल ना वो रिश्ता निभा पाती है, और न मैं रिश्ता निभा पाता हूं।

Language: Hindi
Tag: शेर
229 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पत्थर तोड़ती औरत!
पत्थर तोड़ती औरत!
कविता झा ‘गीत’
जब तुम नहीं कुछ माॅंगते हो तो ज़िंदगी बहुत कुछ दे जाती है।
जब तुम नहीं कुछ माॅंगते हो तो ज़िंदगी बहुत कुछ दे जाती है।
Ajit Kumar "Karn"
सफल लोगों की अच्छी आदतें
सफल लोगों की अच्छी आदतें
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4278.💐 *पूर्णिका* 💐
4278.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*ईख (बाल कविता)*
*ईख (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जय माँ शारदे🌹
जय माँ शारदे🌹
Kamini Mishra
संस्कृतियों का समागम
संस्कृतियों का समागम
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
“बिरहनी की तड़प”
“बिरहनी की तड़प”
DrLakshman Jha Parimal
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
पंकज परिंदा
विनती
विनती
Saraswati Bajpai
मुझको खुद की दुख और पीड़ा में जीने में मजा आता है में और समझ
मुझको खुद की दुख और पीड़ा में जीने में मजा आता है में और समझ
पूर्वार्थ
आज़ ज़रा देर से निकल,ऐ चांद
आज़ ज़रा देर से निकल,ऐ चांद
Keshav kishor Kumar
साइड इफेक्ट्स
साइड इफेक्ट्स
Dr MusafiR BaithA
बार-बार लिखा,
बार-बार लिखा,
Priya princess panwar
कुरीतियों पर प्रहार!
कुरीतियों पर प्रहार!
Harminder Kaur
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
सफलता का जश्न मनाना ठीक है, लेकिन असफलता का सबक कभी भूलना नह
सफलता का जश्न मनाना ठीक है, लेकिन असफलता का सबक कभी भूलना नह
Ranjeet kumar patre
** दूर कैसे रहेंगे **
** दूर कैसे रहेंगे **
Chunnu Lal Gupta
पता पुष्प का दे रहे,
पता पुष्प का दे रहे,
sushil sarna
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"सुल लो ऐ जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
Ashwini sharma
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित एक मुक्तक काव्य
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित एक मुक्तक काव्य
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
कृष्णकांत गुर्जर
Pseudo Democracy and Monopolistic Capitalism: An In-Depth Analysis in the Present Geopolitical Scenario
Pseudo Democracy and Monopolistic Capitalism: An In-Depth Analysis in the Present Geopolitical Scenario
Shyam Sundar Subramanian
****जानकी****
****जानकी****
Kavita Chouhan
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...