कोई भी मजबूरी मुझे लक्ष्य से भटकाने में समर्थ नहीं है। अपने
कोई भी मजबूरी मुझे लक्ष्य से भटकाने में समर्थ नहीं है। अपने आप पर मुझे पूरा यकीन है।
— रामनाथ साहू ‘ननकी’
छंदाचार्य, बिलासा छंद महालय छ.ग.
कोई भी मजबूरी मुझे लक्ष्य से भटकाने में समर्थ नहीं है। अपने आप पर मुझे पूरा यकीन है।
— रामनाथ साहू ‘ननकी’
छंदाचार्य, बिलासा छंद महालय छ.ग.