Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2017 · 1 min read

***** कोई बात नहीं *****

*******************
दिल चाहता गर् तुझको तो कोई बात नहीं

**************************

होती बिन मौसम बरसात तो कोई बात नहीं

**************************

साथ होता हमारा- तुम्हारा दिवा-रात और

**************************

कैसे होते बयां जज़्बात गर् बरसात नहीं।।

************************* . ?मधुप बैरागी

Language: Hindi
274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
कवि रमेशराज
गुरु बिना ज्ञान नहीं, जीवन में सम्मान नहीं।
गुरु बिना ज्ञान नहीं, जीवन में सम्मान नहीं।
Ranjeet kumar patre
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सब कुछ खोजने के करीब पहुंच गया इंसान बस
सब कुछ खोजने के करीब पहुंच गया इंसान बस
Ashwini sharma
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
परवरिश
परवरिश
Shashi Mahajan
बंदूक से अत्यंत ज़्यादा विचार घातक होते हैं,
बंदूक से अत्यंत ज़्यादा विचार घातक होते हैं,
शेखर सिंह
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
इंसान और कुता
इंसान और कुता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल (यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया)
ग़ज़ल (यूँ ज़िन्दगी में आपके आने का शुक्रिया)
डॉक्टर रागिनी
4290.💐 *पूर्णिका* 💐
4290.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
■ आई बात समझ में...?
■ आई बात समझ में...?
*प्रणय प्रभात*
क्यूँ जुल्फों के बादलों को लहरा के चल रही हो,
क्यूँ जुल्फों के बादलों को लहरा के चल रही हो,
Ravi Betulwala
अजब प्रेम की बस्तियाँ,
अजब प्रेम की बस्तियाँ,
sushil sarna
काश ! ! !
काश ! ! !
Shaily
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
Shubham Pandey (S P)
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
डॉ० रोहित कौशिक
क्यो नकाब लगाती
क्यो नकाब लगाती
भरत कुमार सोलंकी
दुरीयों के बावजूद...
दुरीयों के बावजूद...
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
अपनी नज़र में सही रहना है
अपनी नज़र में सही रहना है
Sonam Puneet Dubey
"परम्परा"
Dr. Kishan tandon kranti
22)”शुभ नवरात्रि”
22)”शुभ नवरात्रि”
Sapna Arora
शायरी
शायरी
गुमनाम 'बाबा'
जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
जरूरत दोस्त की,समय पर होती है ।
Rajesh vyas
मेरी शौक़-ए-तमन्ना भी पूरी न हो सकी,
मेरी शौक़-ए-तमन्ना भी पूरी न हो सकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*कहॉं गए वे लोग जगत में, पर-उपकारी होते थे (गीत)*
*कहॉं गए वे लोग जगत में, पर-उपकारी होते थे (गीत)*
Ravi Prakash
अगर हकीकत से प्यार है।
अगर हकीकत से प्यार है।
Ramnath Sahu
Loading...