कोई दर्द दे गया ,कोई अँदलीब दे गया ,
कोई दर्द दे गया ,कोई अँदलीब दे गया ,
कोई तालीम दे गया ,कोई तहज़ीब दे गया,
मुश्किल में हर बशर है, सफ़र में हैं सब यहाँ,
समझा जो ज़िंदगी को , वो तरतीब दे गया ।
✍️नील रूहानी ,,,
कोई दर्द दे गया ,कोई अँदलीब दे गया ,
कोई तालीम दे गया ,कोई तहज़ीब दे गया,
मुश्किल में हर बशर है, सफ़र में हैं सब यहाँ,
समझा जो ज़िंदगी को , वो तरतीब दे गया ।
✍️नील रूहानी ,,,