Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2016 · 1 min read

कोई आज ..कोई चार दिन बाद

जिंदगी जितनी गुजरी है कुछ कमाने मे
उससे कहीं ज्यादा गुजरी है बहुत कुछ गवॉने मे

खून के रिश्ते जो बहुत प्यारे थे
जिंदगी जीने के सहारे थे
वो बेवक्त खुदा को भी प्यारे हो गए
जो कभी हमारे साथ थे
वो आज खुदा के पास हो गए ..

जिंदगी से तो डटकर मुकाबला कर ले
पर गर मौत ही गले लगा ले
तो इंसॉ किसपे भरोसा कर ले
सच ही तो है ..

पल की खबर नही
बरसों को संजोया है ….

कब जिंदगी का दामन छूट जाए
कब मौत की आगोश मे डूब जाए ..
वक्त की तलवार सबके सिर पर लटक रही
कोई आज ..कोई चार दिन बाद …..
अटल सच्चाई ..

Language: Hindi
339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी-कभी
कभी-कभी
Ragini Kumari
जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट,
जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
प्यार हो जाय तो तकदीर बना देता है।
प्यार हो जाय तो तकदीर बना देता है।
Satish Srijan
மழையின் சத்தத்தில்
மழையின் சத்தத்தில்
Otteri Selvakumar
मैं तुम्हारे ख्वाबों खयालों में, मद मस्त शाम ओ सहर में हूॅं।
मैं तुम्हारे ख्वाबों खयालों में, मद मस्त शाम ओ सहर में हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
Harminder Kaur
ज्ञानी उभरे ज्ञान से,
ज्ञानी उभरे ज्ञान से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चॅंद्रयान
चॅंद्रयान
Paras Nath Jha
सफल हस्ती
सफल हस्ती
Praveen Sain
■ आत्मा झूठ नहीं बोलती ना! बस इसीलिए।।
■ आत्मा झूठ नहीं बोलती ना! बस इसीलिए।।
*Author प्रणय प्रभात*
जीत वो सकते हैं कैसे
जीत वो सकते हैं कैसे
Dr fauzia Naseem shad
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
Rj Anand Prajapati
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
sushil sarna
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
Shravan singh
Kbhi kbhi lagta h ki log hmara fayda uthate hai.
Kbhi kbhi lagta h ki log hmara fayda uthate hai.
Sakshi Tripathi
महाप्रभु वल्लभाचार्य जयंती
महाप्रभु वल्लभाचार्य जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धमकियां शुरू हो गई
धमकियां शुरू हो गई
Basant Bhagawan Roy
2640.पूर्णिका
2640.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Meera Singh
"सच्चाई की ओर"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं पुरखों के घर आया था
मैं पुरखों के घर आया था
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
लक्ष्मी सिंह
खरी - खरी
खरी - खरी
Mamta Singh Devaa
हौसले हो अगर बुलंद तो मुट्ठि में हर मुकाम हैं,
हौसले हो अगर बुलंद तो मुट्ठि में हर मुकाम हैं,
Jay Dewangan
अरुणोदय
अरुणोदय
Manju Singh
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
💐प्रेम कौतुक-290💐
💐प्रेम कौतुक-290💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
Loading...