Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2023 · 1 min read

कैसे हो जाते हैं अमीर

****** कैसे हो जाते हैं अमीर *****
*****************************

गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले फकीर,
लड़ते – लड़ते कैसे हो जाते हैं अमीर|

मुंह में राम बगल में रखते हैं वो छूरी,
माया के लोभ में मर जाता है जमीर|

रक्त चूस गरीब का बने महल अटारी,
लाल लहू में मिलाकर खाते हैं पनीर|

हक हाथों में नहींं जिसके हैं हकदार,
गरीबी के कोप में नैनों से बहता नीर|

दर-दर ठोकर खा रहे बनकर अधीर,
भूख-प्यास बदहाल में विकल शरीर|

प्रलोभन है दे रहे मंच पर हो आसीन,
अनुशयी मन की कोई न समझे पीर|

मनसीरत किस से कहे पीड़ित हाल,
माल पखेरु ले गये बची शीत समीर|
****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 95 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आप किससे प्यार करते हैं?
आप किससे प्यार करते हैं?
Otteri Selvakumar
मानव के बस में नहीं, पतझड़  या  मधुमास ।
मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास ।
sushil sarna
अगर आपको किसी से कोई समस्या नहीं है तो इसमें कोई समस्या ही न
अगर आपको किसी से कोई समस्या नहीं है तो इसमें कोई समस्या ही न
Sonam Puneet Dubey
जल बचाओ , ना बहाओ
जल बचाओ , ना बहाओ
Buddha Prakash
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Anil chobisa
मन अलग चलता है, मेरे साथ नहीं,
मन अलग चलता है, मेरे साथ नहीं,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
Harminder Kaur
2390.पूर्णिका
2390.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
प्रेम अब खंडित रहेगा।
प्रेम अब खंडित रहेगा।
Shubham Anand Manmeet
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
पापा जी
पापा जी
नाथ सोनांचली
"दान"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
Jp yathesht
हमनें ख़ामोश
हमनें ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Santosh Khanna (world record holder)
बेबसी!
बेबसी!
कविता झा ‘गीत’
जुगनू
जुगनू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
आदमी चिकना घड़ा है...
आदमी चिकना घड़ा है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
Raju Gajbhiye
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Lohit Tamta
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
Pramila sultan
*परवरिश की उड़ान* ( 25 of 25 )
*परवरिश की उड़ान* ( 25 of 25 )
Kshma Urmila
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
मिसाइल मैन को नमन
मिसाइल मैन को नमन
Dr. Rajeev Jain
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
जानते वो भी हैं...!!
जानते वो भी हैं...!!
Kanchan Khanna
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
Phool gufran
Loading...