Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2021 · 1 min read

कैसे मनाएं होली।

सुनो जी , कैसे मनाऊं आज होली।
महंगाई ने कर दी है जेब खाली।।।। कैसे मनाऊं आज होली।
अखियां है प्यासी ,प्यासी । चेहरे पर छाई उदासी।
ढूंढ रही है हमजोली ।
कैसे मनाऊं आज होली । सुनो जी कैसे मनाऊं आज होली।
दिल की बात किसे बताऊं।
मन को कैसे समझाऊं। बच्चे मांग रहे रंगोली।
कैसे मनाऊं आज होली । सुनो जी कैसे मनाऊं आज होली।
बड़ा विकट समय आया है।
करोना का संकट गहराया है।
घर के बाहर कोई न निकले, बन्द है आज हवेली।
सुनो जी कैसे मनाऊं आज होली।
न बाहर जलाना ,न भीतर जलाना।
मन को जलाना , बना कर होली । कैसे मनाऊं आज होली ।

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 5 Comments · 287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल जल रहा है
दिल जल रहा है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नारी तेरा रूप निराला
नारी तेरा रूप निराला
Anil chobisa
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
व्यावहारिक सत्य
व्यावहारिक सत्य
Shyam Sundar Subramanian
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
Shweta Soni
खुद का वजूद मिटाना पड़ता है
खुद का वजूद मिटाना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
Ram Krishan Rastogi
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
★ IPS KAMAL THAKUR ★
एक मुट्ठी राख
एक मुट्ठी राख
Shekhar Chandra Mitra
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#तार्किक_तथ्य
#तार्किक_तथ्य
*Author प्रणय प्रभात*
जीवनदायिनी बैनगंगा
जीवनदायिनी बैनगंगा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कविता - 'टमाटर की गाथा
कविता - 'टमाटर की गाथा"
Anand Sharma
शिक्षा एवं धर्म
शिक्षा एवं धर्म
Abhineet Mittal
राजा जनक के समाजवाद।
राजा जनक के समाजवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
ruby kumari
*अध्याय 5*
*अध्याय 5*
Ravi Prakash
नारदीं भी हैं
नारदीं भी हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
योग का गणित और वर्तमान समस्याओं का निदान
योग का गणित और वर्तमान समस्याओं का निदान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
🙏माॅं सिद्धिदात्री🙏
🙏माॅं सिद्धिदात्री🙏
पंकज कुमार कर्ण
सादिक़ तकदीर  हो  जायेगा
सादिक़ तकदीर हो जायेगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
वक़्त के साथ वो
वक़्त के साथ वो
Dr fauzia Naseem shad
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
दूब घास गणपति
दूब घास गणपति
Neelam Sharma
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
SPK Sachin Lodhi
आओ बैठो पियो पानी🌿🇮🇳🌷
आओ बैठो पियो पानी🌿🇮🇳🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
Loading...