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14 May 2024 · 1 min read

कैसे भूल जाऊँ

कैसे भूल जाऊँ
उस लम्हे को
जब तुम ने सर रख कर
मेरे कांधे पर
जन्मों जन्म
साथ रहने का वायदा किया था
खायीं थी कसम कई कई बार
कैसे भूल जाऊँ मैं उस लम्हे को
जिसमें तुमने भुला दिया था
हर कसम, हर वायदा
भुला दिया था,
मेरी बेपनाह चाहत को
और अपने गुरूर की आंच में
छोड दिया था तुमने
मुझे लम्हा लम्हा
जलने को,
कैसे भूल जाऊँ मैं…..

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
23 Views
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