कैसे भुला दूं मैं
गुरु के नाम को दिल से कैसे भुला दूं मैं
जिसने काबिल बनाया उसे कैसे भुला दूं मैं
मानता हूँ पूरे साल उन्हें मैं याद नही करता
लेकिन आज के दिन उन्हें कैसे भुला दूं मैं
शिक्षा और संस्कारों का पिटारा थे वो तो
विरासत में मिला पिटारा कैसे भुला दूं मैं
स्कूल और कॉलेज के मेरे सहपाठी गण
उनके संग गुजारे वो पल कैसे भुला दूं मैं
मेरे सभी शिक्षकों को समर्पित
वीर कुमार जैन
05 सितंबर 2021