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23 Jul 2020 · 1 min read

कैसे जिया जाये तुम बिन ?

कैसे बताऊँ क्या हो गई ?
मेरी ज़िन्दगी तुम बिन,
बोझिल सी हो गई,
ये ज़िन्दगी तुम बिन,
खो गई कहीं दिल की,
हर ख़ुशी तुम बिन,
गुमसुम सी हो गई,
ज़िन्दगी तुम बिन,
न चाँद ना सितारे,
ना नजारे तुम बिन,
नहीं कुछ जीवन में,
भाता अब तुम बिन,
बहारों के मौसम में भी,
उदासी छाई तुम बिन,
बसंत भी पतझड़ सा,
अब लगे तुम बिन,
बहुत सताया है य़ादों ने तेरी,
जग भूला तुम बिन,
तुम हीं बताओ कि
कैसे जिया जाये तुम बिन |

लेखक – मनोरंजन कुमार श्रीवास्तव
पता- निकट शीतला माता मंदिर , शितला नगर , ग्राम तथा पोस्ट – बिजनौर , जिला – लखनऊ , उत्तर प्रदेश , भारत , पिन – 226002
सम्पर्क – 8787233718
E-mail – manoranjan1889@gmail.com

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