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12 Nov 2020 · 1 min read

कैसे अलग हो सकती है

कैसे अलग हो सकती है
धूप कभी सूरज से

कैसे अलग हो सकती है
कला किसी मूरत से

कैसे अलग हो सकती है
खुशबू महकते फूलों से

कैसे अलग हो सकती है
नदिया बहते पानी से

कैसे अलग हो सकती है
कोई कल्पना कहानी से

कैसे अलग हो सकती है
भावना कभी शब्दों से

कैसे अलग हो सकती है
चमक कभी रत्नों से

Language: Hindi
1 Like · 253 Views
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