Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2024 · 1 min read

कैसी ये पीर है

कैसी निःशब्दता
कैसी ये पीर है
व्याकुल हैं नैन भी
मन भी अधीर है
घायल जो कर गया
हमें वो तेरे
लफ़्ज़ों का तीर है
बरसे तेरे वियोग में
नैनो से नीर है
जग से विरक्ता
जीवन विवशता
हृदय तो आज भी
जैसे कबीर है।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

1 Like · 18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
gurudeenverma198
प्राण दंडक छंद
प्राण दंडक छंद
Sushila joshi
अंधा वो नहीं होता है
अंधा वो नहीं होता है
ओंकार मिश्र
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
Subhash Singhai
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
आर.एस. 'प्रीतम'
एक अरसा लगता है
एक अरसा लगता है
हिमांशु Kulshrestha
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
Rekha khichi
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
Manoj Mahato
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
Ranjeet kumar patre
*सोना-चॉंदी कह रहे, जो अक्षय भंडार (कुंडलिया)*
*सोना-चॉंदी कह रहे, जो अक्षय भंडार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"मुर्गा"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
Sandeep Pande
जाने क्यों तुमसे मिलकर भी
जाने क्यों तुमसे मिलकर भी
Sunil Suman
FOR THE TREE
FOR THE TREE
SURYA PRAKASH SHARMA
मेरे पिता जी
मेरे पिता जी
Surya Barman
We all have our own unique paths,
We all have our own unique paths,
पूर्वार्थ
.
.
Ragini Kumari
पौधे मांगे थे गुलों के
पौधे मांगे थे गुलों के
Umender kumar
आज मैंने खुद से मिलाया है खुदको !!
आज मैंने खुद से मिलाया है खुदको !!
Rachana
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"सुखी हुई पत्ती"
Pushpraj Anant
सब को जीनी पड़ेगी ये जिन्दगी
सब को जीनी पड़ेगी ये जिन्दगी
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
#महाभारत
#महाभारत
*प्रणय प्रभात*
आज #कारगिल_विजय दिवस के मौक़े पर सरहद की हिफ़ाज़त के लिये शह
आज #कारगिल_विजय दिवस के मौक़े पर सरहद की हिफ़ाज़त के लिये शह
Neelofar Khan
सिखला दो न पापा
सिखला दो न पापा
Shubham Anand Manmeet
"खाली हाथ"
इंजी. संजय श्रीवास्तव
दिल मेरा तोड़कर रुलाते हो ।
दिल मेरा तोड़कर रुलाते हो ।
Phool gufran
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
Loading...