तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -171
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मां🙇🥺❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
*रक्षाबंधन का अर्थ यही, हर नारी बहन हमारी है (राधेश्यामी छंद
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
हम क्रान्ति तो ला चुके हैं कई बार
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
शोर, शोर और सिर्फ़ शोर, जहाँ देखो वहीं बस शोर ही शोर है, जहा
हमारे तुम्हारे चाहत में, बस यही फर्क है।
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तेरे दिल की हर बात जुबां से सुनाता में रहा ।
यदि आपका चरित्र और कर्म श्रेष्ठ हैं, तो भविष्य आपका गुलाम हो
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा