Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2024 · 1 min read

कैसा होगा भारत का भविष्य

कौन सोचता है कल के लिए ?
फुरसत के कुछ पल निकालकर,
होड़ जो लगी है सबको आगे बढ़ने की।

और तैयार है इसके लिए सभी,
लाने को देश में विदेशी निवेश,
और दे रहे हैं बढ़ावा सभी,
शिक्षा- चिकित्सा के निजीकरण को।

आज कुछ लोग बन गए हैं,
शिक्षा- चिकित्सा के दुकानदार,
जहाँ लगता है बाजार शिक्षा का,
जहाँ आसमां को छू रही है,
इलाज की कीमत।

क्या होगा उस परिवार का ?
जिसको नसीब नहीं है,
एक वक्त की रोटी भी पेट भरने को,
जिसके पास नहीं है,
एक जोड़ी कपड़ा भी शरीर ढकने को।

कैसे खरीद सकेगा वह गरीब ?
अपनी सन्तान के लिए इतनी महंगी शिक्षा,
इलाज के लिए इतनी बहुमूल्य दवाएँ,
कैसे बना सकेगा मजबूर अपनी संतान को ?
इस देश में एक सैनिक- शिक्षक और डॉक्टर,
जब हो रहा हो निजीकरण हर क्षेत्र में,
कैसा होगा भारत का भविष्य ?

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
घबरा के छोड़ दें
घबरा के छोड़ दें
Dr fauzia Naseem shad
आजा आजा रे कारी बदरिया
आजा आजा रे कारी बदरिया
Indu Singh
तन्हायी
तन्हायी
Dipak Kumar "Girja"
बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
Neelam Sharma
I've learned the best way to end something is to let it star
I've learned the best way to end something is to let it star
पूर्वार्थ
वाह नेता जी!
वाह नेता जी!
Sanjay ' शून्य'
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
3072.*पूर्णिका*
3072.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
Ajay Mishra
*परिस्थिति*
*परिस्थिति*
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
Meenakshi Masoom
मुलाकात अब कहाँ
मुलाकात अब कहाँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
जो बीत गया उसकी ना तू फिक्र कर
जो बीत गया उसकी ना तू फिक्र कर
Harminder Kaur
*आजादी और कर्तव्य*
*आजादी और कर्तव्य*
Dushyant Kumar
अपनी सोच का शब्द मत दो
अपनी सोच का शब्द मत दो
Mamta Singh Devaa
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
Befikr Lafz
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
Mahender Singh
ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं,
ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं,
Manisha Manjari
https://youtube.com/@pratibhaprkash?si=WX_l35pU19NGJ_TX
https://youtube.com/@pratibhaprkash?si=WX_l35pU19NGJ_TX
Dr.Pratibha Prakash
अंहकार
अंहकार
Neeraj Agarwal
क्षितिज के पार है मंजिल
क्षितिज के पार है मंजिल
Atul "Krishn"
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
यही जीवन है
यही जीवन है
Otteri Selvakumar
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
Rituraj shivem verma
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
sudhir kumar
हर एक शख्स से ना गिला किया जाए
हर एक शख्स से ना गिला किया जाए
कवि दीपक बवेजा
🙅आज का आग्रह🙅
🙅आज का आग्रह🙅
*प्रणय प्रभात*
बड़ा भाई बोल रहा हूं।
बड़ा भाई बोल रहा हूं।
SATPAL CHAUHAN
आसमां का वजूद यूं जमीं से है,
आसमां का वजूद यूं जमीं से है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" हद "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...