*कैसा है मेरा शहर*
कैसा है मेरा शहर
जेपीनगर नाम था पहले, मुरादाबाद का था हिस्सा।
अमरजोधा ने किया था शासन, पुराना है इसका किस्सा।
रोहू आम से नाम पड़ा है, अमरोहा है इसका नाम।
सुन्दर-सुन्दर बनती ढोलक, नक्काशी का होता काम।
शिक्षा का स्तर है बेहतर, शांति चमन का दे पैगाम।
सब धर्मों के लोग यहांँ हैं, आपस में है गहरा प्यार।
हिंदू मुस्लिम भाई-भाई हैं, आपस न होती तकरार।
यहांँ से कई बने सांसद, अभिनेता कुछ अधिकारी।
कैबिनेट मंत्री विधायक चुनाव आयुक्त बने, कुछ कर रहे हैं तैयारी।
कवि-लेखको का है बोलबाला, अच्छा मिलेगा परिणाम।
अमरोहा का मैं हूंँ वासी, दुष्यन्त कुमार है मेरा नाम।।