कैसा आया है समय
कैसा आया है समय, बाढ़ चढ़ी चहुँ ओर।
त्राहि त्राहि करता जगत,मचा कष्ट का शोर।
मचा कष्ट का शोर,प्राण संकट में सबके।
कहते सारे लोग,हाथ अब तो सब रब के।
आज लगे बेकार,रखा कितना हो पैसा।
दिखे प्रकृति का क्रोध,समय आया ये कैसा।।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
तिलसहरी,कानपुर नगर