केशव
केशव
प्रभु हो तुम
ईश्वर होकर तुमने
युध्द की राह दिखाई
युध्द का मार्ग
शान्ति का मार्ग
कैसे हुआ माधव
बिलखता हस्तिनापुर
भयभीत पांडव
कटते यादव
यही था न युध्द का परिणाम ?
मृतक परीक्षित
भले ही जी उठा हो
परन्तु आने वाले युग
तुम्हारी गीता की कथा तो कह सका
पर उसे जी न सका
आने वाले युग को तुम
युध्द की धरोहर देकर
प्रभु बन गए
तुम्हारी विरासत में सिर्फ गीता नहीं
मां बहनों का चीत्कार भी है
तुम यदि ज्ञाता थे
तो क्यों नहीं समझा
कौरवों को इसका उत्तराधिकारी
कहते दुर्योधन से
कुंठाओं से निकलो
मैं बनूंगा पथ प्रदर्शक
ईश्वर थे तुम
फिर कैसे चूक गए ?
शशि महाजन – लेखिका