*कृष्ण*
“कृष्ण”
हे कृष्ण मुरारी अब विनती सुन लो हमारी।
हाथ जोड़ खड़े हुए , हम शरण आये तिहारी।
मनवा अब धीरज धरे ना ,कुछ तो ऐसी राह दिखा दो टेक सुनो बनवारी।
परमानंद सुख शांति आत्मा से परमात्मा मिले,
आओ संकट दूर करो देर ना करो गिरधारी।
तुम्हीं जीवन के खिवैया पालनहार तुम्हीं हो,
कोविड असुर विश्व पे छाया, इस दानव से मुक्त कराओ हे कृष्ण मुरारी।
महिमा तुम्हारी सकल जग जाने ,
सुखद संसार बसाने फिर आओ गिरधारी।
हे मधुसूदन फिर एक बार आओ,
आके दर्शन दे जाओ कृष्ण अवतारी।
जय श्री कृष्णा राधे राधे
शशिकला व्यास