कुसंस्कारिता के लक्षण
माता पिता और बड़े बुजुर्गों के ,
सामने बैठकर मद्यपान करना ।
उनसे बहस करना और उनकी ,
सलाह और नसीहतों को नकारना ।
उनके विचारों और अनुभवों का ,
अपने मित्रों के समक्ष व्यंग्य करना ।
उनकी किसी भी आज्ञा का पालन ,
उनके प्रति असम्मान और द्वेष ,
को दर्शाता है संतान का यह आचरण ।
यह सभी कुसंस्कारित के है लक्षण ।
मगर इन अभिमानी संतानों को ,
यह नहीं मालूम की उनके यह कुकर्म ,
खोल देते है इनके लिए बदकिस्मती के द्वार ,
और कष्टों से भर जाता है इनका जीवन ।