कुर्सी में जान बसल
सोच-समझके
वोट दीहअ!
लालच में मत
नोट लीहअ!!
राक्षस के जान
बा कुर्सी में!
तू ओकरे पर
चोट दीहअ!!
Shekhar Chandra Mitra
#चुनावीकविता #छात्रआंदोलन
#साम्प्रदायिकराजनीति #धर्मनिरपेक्ष
सोच-समझके
वोट दीहअ!
लालच में मत
नोट लीहअ!!
राक्षस के जान
बा कुर्सी में!
तू ओकरे पर
चोट दीहअ!!
Shekhar Chandra Mitra
#चुनावीकविता #छात्रआंदोलन
#साम्प्रदायिकराजनीति #धर्मनिरपेक्ष