Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2021 · 1 min read

कुरान दुनिया की हर एक जुबान तक पहुंचे

यमन,कुवैत,कतर ना सिर्फ ईरान तक पहुंचे
खुदा का पैगाम हर देश हर इंसान तक पहुंचे

भाषा का कहीं कोई अवरोध ना रहे ऐ दोस्त
कुरान दुनियाँ की हर एक जुबान तक पहुंचे

है दुआ खुदाया मेरे ईमान से नवाज सभी को
जन्नत की खुश्बू हर रूह हर जान तक पहुंचे

हमेशा सुनूं हमेशा पढ़ूँ कलाम तेरा या रब मेरे
फहश बात न कभी कोई मेरे कान तक पहुंचे

कुछ याद रहे तो फकत इतना याद रहे मुझे कि
मेरा ध्यान बस नमाज और आजान तक पहुंचे
मारूफ आलम
शब्द- अर्थ
फहश- फूहड़

1 Like · 460 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो हमने पूछा कि...
जो हमने पूछा कि...
Anis Shah
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Ram Krishan Rastogi
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना
Monika Arora
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
क्या रखा है? वार में,
क्या रखा है? वार में,
Dushyant Kumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
abhishek rajak
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में  होती है पर
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में होती है पर
DrLakshman Jha Parimal
मृत्यु संबंध की
मृत्यु संबंध की
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीभ/जिह्वा
जीभ/जिह्वा
लक्ष्मी सिंह
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
Radhakishan R. Mundhra
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
*चिंता चिता समान है*
*चिंता चिता समान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल तोड़ना ,
दिल तोड़ना ,
Buddha Prakash
रोगों से है यदि  मानव तुमको बचना।
रोगों से है यदि मानव तुमको बचना।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
उसके बदन को गुलाबों का शजर कह दिया,
उसके बदन को गुलाबों का शजर कह दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बोलो जय जय गणतंत्र दिवस
बोलो जय जय गणतंत्र दिवस
gurudeenverma198
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़िदादिली
ज़िदादिली
Shyam Sundar Subramanian
"वट वृक्ष है पिता"
Ekta chitrangini
बेशर्मी के हौसले
बेशर्मी के हौसले
RAMESH SHARMA
A Hopeless Romantic
A Hopeless Romantic
Vedha Singh
ज्ञान से दीप सा प्रज्वलित जीवन हो।
ज्ञान से दीप सा प्रज्वलित जीवन हो।
PRADYUMNA AROTHIYA
*मिलिए उनसे जो गए, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*मिलिए उनसे जो गए, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
जीवन है बस आँखों की पूँजी
जीवन है बस आँखों की पूँजी
Suryakant Dwivedi
पहचान ही क्या
पहचान ही क्या
Swami Ganganiya
** बहाना ढूंढता है **
** बहाना ढूंढता है **
surenderpal vaidya
Loading...