Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2023 · 1 min read

“कुपढ़ बस्ती के लोगों ने,

“कुपढ़ बस्ती के लोगों ने,
अनूठा शौक़ पाला है।
जिसे देखो महादेवी,
जिसे देखो निराला है।।”

■प्रणय प्रभात■

1 Like · 144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मैं कविता नहीं लिखती
मैं कविता नहीं लिखती
Priya Maithil
है तो है
है तो है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
4793.*पूर्णिका*
4793.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
दीपक झा रुद्रा
रोशनी
रोशनी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
Shashi kala vyas
बाल मज़दूरी
बाल मज़दूरी
Mandar Gangal
विश्वास करो
विश्वास करो
Dr. Rajeev Jain
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
मनोज कर्ण
जीवन में सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मैं स्वयं को मानती हूँ
जीवन में सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मैं स्वयं को मानती हूँ
ruby kumari
कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई
कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई
आकाश महेशपुरी
मर्द कभी रोते नहीं हैं
मर्द कभी रोते नहीं हैं
Sunil Maheshwari
समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
पूर्वार्थ
ना तो कला को सम्मान ,
ना तो कला को सम्मान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"जीवन का कुछ अर्थ गहो"
राकेश चौरसिया
..
..
*प्रणय*
घर हो तो ऐसा
घर हो तो ऐसा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
केवल “ॐ” कार है
केवल “ॐ” कार है
Neeraj Mishra " नीर "
*बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव*
*बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव*
Ravi Prakash
समय
समय
Annu Gurjar
भारत का परचम
भारत का परचम
सोबन सिंह रावत
दर्द व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है और साथ ही मे
दर्द व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है और साथ ही मे
Rj Anand Prajapati
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे  दिया......
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया......
Rakesh Singh
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
सच का आइना
सच का आइना
umesh mehra
खत
खत
Sumangal Singh Sikarwar
जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज.
जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज.
RAMESH SHARMA
कायदों की बेड़ियों
कायदों की बेड़ियों
Chitra Bisht
पसंद प्यार
पसंद प्यार
Otteri Selvakumar
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...