कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
ग़ज़ल
22/22/22/22/22/22/22/22
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
फिर तेरा मेरा क्या करना ये सारी दुनियां अपनी है।
धन बल पौरुष के दम पर तू क्यों विश्व विजय करना चाहें,
सबसे गर हाथ मिला लेता ये सारी दुनियां अपनी है।
जीवन पथ के रहबर छोड़े तो कैसे मंजिल पाएगा,
मिल कर तू साथ चला होता ये सारी दुनियां अपनी है।
वो क्यों पाने की चाहत है जिस पर तेरा अधिकार नहीं,
किस्मत में यार नहीं लिक्खा ये सारी दुनियां अपनी है।
जीवन में खुश रहना चाहे तो प्यार मुहब्बत कर प्रेमी,
जब इश्क की हाला पी लेगा ये सारी दुनियां अपनी है।
……….✍️ सत्य कुमार प्रेमी