Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2017 · 1 min read

कुण्डलिया एक प्रयास

कुण्डलिया एक प्रयास

शर्मो हैया मिट गई ,आधुनिक बना समाज
बोल चाल नये निकले, पहनाव से न लाज
पहनाव से न लाज,मम्मी पहनती जीन्श को
आँचल का ना साज, तड़पे लाल ममता को
दैया रखती ख्याल,संतान पालन बोझ भया
आधुनिक दिखे हाल, मिट गई शर्मो हैया

सजन

241 Views

You may also like these posts

चंद पल खुशी के
चंद पल खुशी के
Shyam Sundar Subramanian
*यक्ष प्रश्न*
*यक्ष प्रश्न*
Pallavi Mishra
डर
डर
Rekha Drolia
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
सितारे न तोड़ पाऊंगा
सितारे न तोड़ पाऊंगा
अरशद रसूल बदायूंनी
खोखले शब्द
खोखले शब्द
Dr. Rajeev Jain
गंगा घाट
गंगा घाट
Preeti Sharma Aseem
जाये तो जाये कहाँ, अपना यह वतन छोड़कर
जाये तो जाये कहाँ, अपना यह वतन छोड़कर
gurudeenverma198
18--- 🌸दवाब 🌸
18--- 🌸दवाब 🌸
Mahima shukla
डर लगता है।
डर लगता है।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
शिक्षा का महत्व
शिक्षा का महत्व
Dr. P.C. Bisen
“एक कोशिश”
“एक कोशिश”
Neeraj kumar Soni
"रिश्ते की बुनियाद"
Dr. Kishan tandon kranti
जन्माष्टमी विशेष - फिर जन्म लेना
जन्माष्टमी विशेष - फिर जन्म लेना
Sudhir srivastava
कोई अज्ञात सा भय जब सताता है,
कोई अज्ञात सा भय जब सताता है,
Ajit Kumar "Karn"
कुछ असली कुछ नकली
कुछ असली कुछ नकली
Sanjay ' शून्य'
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जहर    ना   इतना  घोलिए
जहर ना इतना घोलिए
Paras Nath Jha
4260.💐 *पूर्णिका* 💐
4260.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह
अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह
Lokesh Sharma
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
बदलती हवाओं का स्पर्श पाकर कहीं विकराल ना हो जाए।
बदलती हवाओं का स्पर्श पाकर कहीं विकराल ना हो जाए।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
राही आंगे बढ़ते जाना
राही आंगे बढ़ते जाना
राकेश पाठक कठारा
बूढ़ा पेड़
बूढ़ा पेड़
Mandar Gangal
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
Keshav kishor Kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी का वो दौर है
जिंदगी का वो दौर है
Ansh
*आज का विचार*
*आज का विचार*
*प्रणय*
शोखी इश्क (ग़ज़ल)
शोखी इश्क (ग़ज़ल)
Dushyant Kumar Patel
Loading...