कुण्डलियां कैसे लिखें
कुण्डलियां कैसे लिखें, सुनो ध्यान से तात।
पहले दोहा एक लिख, करें नीति की बात।।
करें नीति की बात, यहीं से रोला कहिए।
दोहा का जो अंत, चरण रोला का लहिये।।
कह ‘कौशल’ कविराय, यहां खुद की उंगलियाँ।
दोहा की शुरुआत, अंत रोला कुण्डलियां।।