Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jun 2022 · 1 min read

कुछ रिश्ते

कुछ रिश्तों का बोझ उठाना पड़ता हैं
अपनों के सामने अपना ग़म छुपाना पड़ता हैं

अपना,पराया महज़ एक खेल हैं माया का
ना चाहकर भी कुछ रिश्ते निभाना पड़ता हैं।।

जिन रिश्तों के होने से, ना होने से फर्क नहीं पड़ता
उन रिश्तों को भी लोकाचार से बचाकर रखना पड़ता हैं

जिस रिश्ते से ऊब हो जाती हैं उन्हें भी निगलना पड़ता हैं
सिर्फ अपनी इज्जत के लिए ज़हर भी पीना पड़ता हैं।।

जो वक्त पे साथ नहीं देता,उन रिश्तों को भी अपना कहना पड़ता हैं
कभी-कभी खुद के लिए चेहरे पे झूठी मुस्कान भरना पड़ता हैं।।

एक होकर भी कई रिश्तों में विभक्त होना पड़ता हैं
औरों से कोई क्या कहें,बस अपनी दामन बचाना पड़ता हैं ।।
नीतू साह
हुसेना बंगरा, सीवान -बिहार

2 Likes · 2 Comments · 185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" दौर "
Dr. Kishan tandon kranti
Diploma in Urdu Language & Urdu course| Rekhtalearning
Diploma in Urdu Language & Urdu course| Rekhtalearning
Urdu Course
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
Neelofar Khan
अपनी हीं क़ैद में हूँ
अपनी हीं क़ैद में हूँ
Shweta Soni
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
सत्य कुमार प्रेमी
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
Extra Charge
Extra Charge
AJAY AMITABH SUMAN
हक जता तो दू
हक जता तो दू
Swami Ganganiya
नयी नवेली
नयी नवेली
Ritu Asooja
आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे
आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे
Monika Arora
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
चाँदनी .....
चाँदनी .....
sushil sarna
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
कुमार अविनाश 'केसर'
टूटे ना नेहिया की तार
टूटे ना नेहिया की तार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
2
2
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिंदगी....एक सोच
जिंदगी....एक सोच
Neeraj Agarwal
शीर्षक:-मित्र वही है
शीर्षक:-मित्र वही है
राधेश्याम "रागी"
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#जीवन_का_सार...
#जीवन_का_सार...
*प्रणय*
कैलाश मानसरोवर यात्रा (पुस्तक समीक्षा)
कैलाश मानसरोवर यात्रा (पुस्तक समीक्षा)
Ravi Prakash
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मोहब्बत
मोहब्बत
Dinesh Kumar Gangwar
जिंदगी बोझ लगेगी फिर भी उठाएंगे
जिंदगी बोझ लगेगी फिर भी उठाएंगे
पूर्वार्थ
पर्वत और गिलहरी...
पर्वत और गिलहरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
3462🌷 *पूर्णिका* 🌷
3462🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
रात का सफ़र भी तय कर लिया है,
रात का सफ़र भी तय कर लिया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुगनू
जुगनू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
BJ88 là nhà cái đá gà giữ vị trí top 1 châu Á, ngoài ra BJ88
BJ88 là nhà cái đá gà giữ vị trí top 1 châu Á, ngoài ra BJ88
Bj88 - Nhà Cái Đá Gà Uy Tín Số 1 Châu Á 2024 | BJ88C.COM
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
“ख़्वाब देखे मैंने कई  सारे है
“ख़्वाब देखे मैंने कई सारे है
Neeraj kumar Soni
Loading...