Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा

कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
तूफाँ को जैसे ही पुकारा जाएगा

कश्ती पे जिसने भी बिठाकर छोड़ा है
हाथों से उसके भी किनारा जाएगा

हाकिम ही जब मज़लूमों को ठुकराए तो
ऐसे में फिर किसको पुकारा जाएगा

जागीर जो मसनद को अपनी कहते हैं
मसनद से उन सबको उतारा जाएगा

Language: Hindi
100 Views

You may also like these posts

नशा
नशा
राकेश पाठक कठारा
घने तिमिर में डूबी थी जब..
घने तिमिर में डूबी थी जब..
Priya Maithil
गीत मेरे जब ख्वाबों में
गीत मेरे जब ख्वाबों में
इंजी. संजय श्रीवास्तव
लेंगे लेंगे अधिकार हमारे
लेंगे लेंगे अधिकार हमारे
Rachana
मेरी तुझ में जान है,
मेरी तुझ में जान है,
sushil sarna
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
Neelam Sharma
संविधान में हिंदी की स्थिति
संविधान में हिंदी की स्थिति
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सर्वनाम गीत
सर्वनाम गीत
Jyoti Pathak
आंखों में तिरी जाना...
आंखों में तिरी जाना...
अरशद रसूल बदायूंनी
कारगिल विजय दिवस
कारगिल विजय दिवस
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
धोखेबाज शेर
धोखेबाज शेर
विजय कुमार नामदेव
सखि री!
सखि री!
Rambali Mishra
अभिमान करो
अभिमान करो
Pushpa Tiwari
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
Phool gufran
मौसम किसका गुलाम रहा है कभी
मौसम किसका गुलाम रहा है कभी
नूरफातिमा खातून नूरी
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
Kalamkash
3178.*पूर्णिका*
3178.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शे
शे
*प्रणय*
"कार"
Dr. Kishan tandon kranti
लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष )
लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
सड़क सुरक्षा दोहे
सड़क सुरक्षा दोहे
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
माया प्रभु की
माया प्रभु की
Mahesh Jain 'Jyoti'
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सैनिक
सैनिक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीवन रूपी बाग में ,सत्कर्मों के बीज।
जीवन रूपी बाग में ,सत्कर्मों के बीज।
Anamika Tiwari 'annpurna '
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
- तेरे बिना जी नही पाऊंगा -
- तेरे बिना जी नही पाऊंगा -
bharat gehlot
मेरे हिस्से में ना कभी धूप आई ना कभी छांव,
मेरे हिस्से में ना कभी धूप आई ना कभी छांव,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
manjula chauhan
Loading...